अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी तैयारियां जोर पकड़ चुकी हैं. विपक्षी दलों की ओर से INDIA गठबंधन के जरिए केंद्र में सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली NDA को कड़ी चुनौती देने की कोशिश की जा रही है. हालांकि इस गठबंधन में बहुजन समाज पार्टी (BSP) शामिल नहीं है और मायावती की पार्टी को भी गठबंधन में शामिल कराए जाने की कोशिश चल रही है. इस बीच बसपा से सांसद मलूक नागर ने कहा है कि अगर मायावती को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनाया जाता है तो पार्टी गठबंधन में शामिल हो सकती है.
मलूक नागर ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के अंदर नेतृत्व की खासी कमी है. कांग्रेस आगे निकल कर आए और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती से माफी मांगे. उन्होंने आगे कहा कि अगर दलित प्रधानमंत्री की बात की जा रही है तो मायावती को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए. मुझे उम्मीद है मायावती इन्हें माफ भी कर देंगी. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि अगर प्रधानमंत्री उम्मीदवार हमारा हुआ तो हम बीजेपी के खिलाफ फिर से लड़ सकते हैं.
हराने के लिए चाहिए BSP का साथः नागर
बिजनौर के बीएसपी सांसद मलूक नागर के कल बुधवार को दिए गए उस बयान के बाद राजनीतिक गलियारे में चर्चा तेज हो गई है कि मायावती INDIA गठबंधन में शामिल होने को लेकर जल्द ही कोई बड़ा फैसला ले सकती हैं. उनका कहना है कि जब तक मायावती विपक्षी दलों के INDIA गठबंधन के साथ नहीं आती हैं, तब तक इनका कोई वजूद ही नहीं है. बीजेपी को हराने के लिए बीएसपी का साथ चाहिए होगा, बिना हमारे भारतीय जनता पार्टी को हराया नहीं जा सकता.
पूर्व मुख्यमंत्री और बीएसपी प्रमुख मायावती इन दिनों राजधानी दिल्ली में हैं. पिछले हफ्ते ही मायावती ने कहा था कि गठबंधन (INDIA) में नहीं शामिल दलों के बारे में किसी तरह की बेफिजूल या आपित्तजनक टिप्पणी नहीं कहनी चाहिए, क्योंकि पता नहीं देशहित और जनहित में कब किसको किसकी जरुरत पड़ जाए. मायावती के इस बयान के बाद उनकी ओर से किसी बड़े फैसले की उम्मीद की जा रही है.
मायावती से माफी मांगे कांग्रेसः नागर
इससे पहले बीएसपी सांसद मलूक नागर ने कल कहा था कि इस समय देश में मायावती से बड़ा कोई दलित नेता नहीं है. मायावती के बिना INDIA गठबंधन को जीत नहीं मिलेगी. बसपा का अपनी पहचान है और लोग यह जानते हैं. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड में बीएसपी के विधायकों को तोड़ा था. कांग्रेस को अपनी मानसिकता बदलनी चाहिए और पार्टी मायावती से माफी मांगे और उन्हें पीएम पद का उम्मीदवार घोषित करे. इसके बाद ही गठबंधन में शामिल होने की बात आगे बढ़ सकती है